rahat indori

Top 20 most famous Shayari of RAHAT INDORI..

1- Main wo dariya hoon ki har boond bhanwar hai jis ki,
Tumne accha hi kiya mujhse kinara kar ke.

2- Saath chalna hai to talwar utha meri tarah,
Mujhse buzdil ki himayat nahi hone wali.

3- Maa ke kadmon ke nishaan hain ki diye roshan hain,
Gaur se dekh yahin par kahin jannat hogi.

4- Raaste mein phir wahi pairon ko chakkar aa gaya,
January guzra nahi tha aur December aa gaya.

5- Janaze par mere likh dena yaaron,
Mohabbat karne wala ja raha hai.

6- Haath khaali hai tere sheher se jaate jaate,
Jaan hoti to meri jaan lutaate jaate.

7- Do gaz sahi magar ye meri milkiyat to hai,
Ae maut tune mujhe zamindar kar diya.

8- Wo Hindu, main Muslim, ye Sikh, wo Isai,
Yaar ye sab siyasat hai chalo ishq karein.

9- Main jab mar jaaun to meri alag pehchaan likh dena,
Lahoo se meri peshani pe Hindustan likh dena.

10- Dilli se hum hi bola karein amn ki boli,
Yaaro tum bhi kabhi Lahore se bolo.

11- Din dhal gaya aur raat guzrne ki aas mein,
Sooraj nadi mein doob gaya, hum gilaas mein.

12- Kisne dastak di ye dil par kaun hai,
Aap to andar hain bahar kaun hai.

13- Pyaas agar meri bujha de to main jaanu warna,
Tu samandar hai to hoga mere kis kaam ka hai.

14- Jo duniya ko sunai de use kehte hain khamoshi,
Jo aankhon mein dikhai de use toofan kehte hain.

15- Gulaab khwaab dawa zehar jaam kya kya hai,
Main aa gaya hoon bata intezaam kya kya hai.

16- Toofanon se aankh milao sailabon pe vaar karo,
Mallahon ka chakkar chhodo tair ke dariya paar karo.

17- Log har mod pe ruk ruk ke sambhalte kyun hain,
Itna darte hain to phir ghar se nikalte kyun hain.

18- Dekho dekho jaanam hum dil apna tere liye laaye,
Socho socho duniya mein kyun aaye tere liye aaye.

19- Ab na main wo hoon na baaki hain zamaane mere,
Phir bhi mashhoor hain shehron mein fasaane mere.

20- Main saansein tak luta sakta hoon uske ek ishaare par,
Magar wo mere har waade ko sarkaari samajhta hai.
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1- मैं वो दरिया हूँ कि हर बूँद भँवर है जिस की
तुमने अच्छा ही किया मुझ से किनारा कर के

2- साथ चलना है तो तलवार उठा मेरी तरह
मुझसे बुज़दिल की हिमायत नहीं होने वाली

3- माँ के क़दमों के निशाँ हैं कि दिए रौशन हैं
ग़ौर से देख यहीं पर कहीं जन्नत होगी

4- रास्ते में फिर वही पैरों को चक्कर आ गया
जनवरी गुज़रा नहीं था और दिसंबर आ गया

5- जनाज़े पर मेरे लिख देना यारों
मोहब्बत करने वाला जा रहा है

6- हाथ खाली है तेरे शहर से जाते जाते
जान होती तो मेरी जान लुटाते जाते

7- दो गज़ सही मगर ये मेरी मिल्कियत तो है
ऐ मौत तूने मुझे ज़मींदार कर दिया

8- वो हिंदू, मैं मुस्लिम, ये सिक्ख, वो ईसाई
यार ये सब सियासत है चलो इश्क़ करें

9- मैं जब मर जाऊँ तो मेरी अलग पहचान लिख देना
लहू से मेरी पेशानी पे हिंदुस्तान लिख देना

10- दिल्ली से हम ही बोला करें अम्न की बोली
यारो तुम भी कभी लाहौर से बोलो

11- दिन ढल गया और रात गुज़रने की आस में
सूरज नदी में डूब गया, हम गिलास में

12- किसने दस्तक दी ये दिल पर कौन है
आप तो अंदर हैं बाहर कौन है

13- प्यास अगर मेरी बुझा दे तो मैं जानू वरना
तू समंदर है तो होगा मेरे किस काम का है

14- जो दुनिया को सुनाई दे उसे कहते हैं ख़ामोशी
जो आँखों में दिखाई दे उसे तूफ़ान कहते हैं

15- गुलाब ख़्वाब दवा ज़हर जाम क्या क्या है
मैं आ गया हूँ बता इंतिज़ाम क्या क्या है

16- तूफ़ानों से आँख मिलाओ सैलाबों पे वार करो
मल्लाहों का चक्कर छोड़ो तैर के दरिया पार करो

17- लोग हर मोड़ पे रुक रुक के सँभलते क्यूँ हैं
इतना डरते हैं तो फिर घर से निकलते क्यूँ हैं

18- देखो देखो जानम हम दिल अपना तेरे लिए लाए
सोचो सोचो दुनिया में क्यूँ आए तेरे लिए आए

19- अब न मैं वो हूँ न बाकी हैं ज़माने मेरे
फिर भी मशहूर हैं शहरों में फ़साने मेरे

20- मैं साँसें तक लुटा सकता हूँ उसके इक इशारे पर
मगर वो मेरे हर वादे को सरकारी समझता है
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ye haadsaa to kisi din gujarne wala hi tha..

ये हादसा तो किसी दिन गुज़रने वाला था
मैं बच भी जाता तो इक रोज़ मरने वाला था

तेरे सलूक तेरी आगही की उम्र दराज़
मेरे अज़ीज़ मेरा ज़ख़्म भरने वाला था

बुलंदियों का नशा टूट कर बिखरने लगा
मेरा जहाज़ ज़मीन पर उतरने वाला था

मेरा नसीब मेरे हाथ काट गए वर्ना
मैं तेरी माँग में सिंदूर भरने वाला था

मेरे चिराग मेरी शब मेरी मुंडेरें हैं
मैं कब शरीर हवाओं से डरने वाला था
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Bulati hai magar jane ka nai..

बुलाती है मगर जाने का नहीं
ये दुनिया है इधर जाने का नहीं

मेरे बेटे किसी से इश्क़ कर
मगर हद से गुज़र जाने का नहीं

सितारे नोच कर ले जाऊंगा
मैं खाली हाथ घर जाने का नहीं

वबा फैली हुई है हर तरफ
अभी माहौल मर जाने का नहीं

वो गर्दन नापता है नाप ले
मगर जालिम से डर जाने का नहीं

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Bulati Hai Magar Jaane Ka Nai
Ye Duniya Hai Idhar Jaane Ka Nai

Mere Bete Kisi Se Ishq Kar
Magar Had Se Gujar Jaane Ka Nai

Sitare Noch Kar Le Jaaunga
Mein Khali Haath Ghar Jaane Waala Nai

Waba Faili Hui Hai Har Taraf
Abhi Maahaul Mar Jaane Ka Nai

Wo Gardan Naapta Hai, Naap Le
Magar Zaalim Se Dar Jaane Ka Nai
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uski kathai aankho me hai jantar-mantar sab..

उसकी कत्थई आँखों में हैं जंतर मंतर सब
चाक़ू-वाक़ू, छुरियां-वुरियां, ख़ंजर-वंजर सब

जिस दिन से तुम रूठीं, मुझ से, रूठे रूठे हैं
चादर-वादर, तकिया-वकिया, बिस्तर-विस्तर सब

मुझसे बिछड़ कर, वह भी कहां अब पहले जैसी है
फीके पड़ गए कपड़े-वपड़े, ज़ेवर-वेवर सब

जाने मैं किस दिन डूबूँगा, फिक्रें करते हैं
दरिया-वरीया, कश्ती-वस्ती, लंगर-वंगर सब

इश्क़-विश्क़ के सारे नुस्खे, मुझसे सीखते हैं
ताहिर-वाहिर, मंज़र-वंजर, जोहर-वोहर सब

तुलसी ने जो लिखा अब कुछ बदला बदला हैं
रावण-वावण, लंका-वंका, बन्दर-वंदर सब

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uski kathai aankho me hai jantar-mantar sab
chaaku-waaku,chhuri-wuri,khanjar-wanjar sab

jis din se tum ruthi,mujhse ruthe hain
chaadar-waadar,takiya-wakiya,bistar-wistar sab

mujhse bichhar ke wo kahaa pahle jaisi hai
dhile par gaye kapde-wapre,zewar-webar sab

jane mai kis din dooboonga,fikrein karte hain,
dariya-variya kashti-vashti,langar-vangar sab

ishq vishq ke sare nuskhe muhse sikhte hein,
sagar vagar manzar vanzar johar vohar sab.

tulsi ne jo likha ab kuch badla-badla hai,
ravan-vavan,lanka-vanka,bandar-vandar sab
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