most popular post

जौन एलिया और वेलेंटाइन वीक – इश्क़ की अधूरी दास्तान..

जब भी गहरे इश्क़, दर्द और जुदाई की बात होती है, उर्दू शायरी का सबसे बाग़ी शायर जौन एलिया याद आते हैं। उनके लफ़्ज़ों में इश्क़ का जुनून है, जुदाई का ग़म है और एक बेरुख़ी भरा दर्द है। आज 12 फरवरी है – हग डे, यानी वो दिन जब लोग अपने अज़ीज़ों को गले लगाकर अपनी मोहब्बत और अपनापन ज़ाहिर करते हैं। लेकिन अगर जौन एलिया इस दिन को अपनी शायरी में बयान करते, तो वो इसे मोहब्बत की नाकामयाबी और अधूरे एहसास की शक्ल में पेश करते। आइए, इस हग डे को जौन एलिया की शायरी के ज़रिए महसूस करते हैं, और समझते हैं कि मोहब्बत जब आलिंगन में बदलती है, तो उसकी सच्चाई क्या होती है।
Read more

अहमद फ़राज़: मोहब्बत, शिद्दत और इंसानी एहसासात की आवाज़..

उर्दू शायरी के आसमान पर अगर मोहब्बत और शिद्दत का कोई सबसे चमकता सितारा है, तो वो अहमद फ़राज़ हैं। उनकी शायरी दिल के जज़्बात और इंसानी एहसासात का ऐसा आईना है, जिसमें हर शख्स अपनी तस्वीर देख सकता है। उनकी ग़ज़लों में मोहब्बत की मिठास, दर्द की गहराई और बगावत की चिंगारी महसूस होती है। इस तहरीर में हम आपको अहमद फ़राज़ की ज़िंदगी, उनके शायरी के अंदाज़ और उनकी अदबी धरोहर से रूबरू कराएंगे।
Read more

जौन एलिया की जिंदगी और शायरी की दास्तान: एक गहरा सफर..

जब भी उर्दू शायरी का जिक्र होता है, जौन एलिया का नाम किसी चिराग की तरह चमकता है। उनके शब्द सिर्फ लिखे नहीं गए, बल्कि महसूस किए गए। वे शायरी के ऐसे रचनाकार थे, जिनकी हर रचना दिल में गूंजती है। चाहे वह मोहब्बत की बात हो या समाज के पाखंड पर चोट, जौन की शायरी हर श्रोता को उसके दिल से जोड़ देती है। इस लेख में, हम आपको जौन एलिया की जिंदगी के उन पहलुओं से रूबरू कराएंगे, जो शायद ही आपने सुने हों। उनके जीवन, उनकी शायरी और उनके बगावती विचारों की अनसुनी दास्तान के सफर में चलिए हमारे साथ।
Read more

Recommended Books for You

ख़तों का सफरनामा
ख़तों का सफरनामा

ये दोनों बेहद रचनात्मक लोग हैं, जो उनके रिश्ते और व्यक्तिगत व्यक्तित्व का एक अंतरंग चित्र प्रस्तुत करते हैं। उनके पत्र उस समय के समाज की एक जीवंत तस्वीर भी पेश करते हैं। जिस तरह से वे रहते थे, उससे उनका आदान-प्रदान ऐतिहासिक रूप से अपरिहार्य हो गया।

Buy Now
मैं जो हूँ जॉन एलिया हूँ
Parveen Shakir: परवीन शाकिर

औरत के जज़्बात, एहसासात, दर्द, शिद्दत और मोहब्बत को अपने नर्म लहज़े व आम अलफ़ाज़ में मोती मोती पिरोकर ग़ज़ल व नज़्म में पेश करने वाली शायरा ‘परवीन शाकिर’ किसी तअर्रुफ़ की मोहताज नहीं हैं

Buy Now
मैं जो हूँ जॉन एलिया हूँ
मुक़दमा ठंडा गोश्त मंटो

‘मंटो’ ने अपनी सबसे विवादित व चर्तित कहानी ‘ठंडा गोश्त’ पर अश्लीलता के आरोप व मुक़दमें की पूरी कहानी का आँखों देखा हाल को अपने ख़ास अंदाज़ में पेश किया है। जिसमें भारत विभाजन का दर्द, शरणार्थी केम्पों की कुव्यवस्था, अदालत की कार्रवाईयाँ, गवाहों की गवाहियाँ व अदालत की कार्यप्रणालियों का चित्रण प्रस्तुत करते हुए कहानी ‘ठंडा गोश्त’ के मनोवैज्ञानिक पहलुओं पर तर्क सहित विस्तृत रूप से रोशनी डाली है।.

Buy Now