safar me dhoop to hogi.. byNida Fazli August 11, 2023 सफ़र में धूप तो होगी जो चल सको तो चलोसभी हैं भीड़ में तुम भी निकल सको तो चलोकिसी के वास्ते राहें कहाँ बदलती हैंतुम अपने आप को ख़ुद ही बदल सको तो चलोयहाँ किसी को कोई रास्ता नहीं देतामुझे गिरा के अगर तुम सँभल सको तो चलोकहीं नहीं कोई सूरज धुआँ धुआँ है फ़ज़ाख़ुद अपने आप से बाहर निकल सको तो चलोयही है ज़िंदगी कुछ ख़्वाब चंद उम्मीदेंइन्हीं खिलौनों से तुम भी बहल सको तो चलो Read more nida fazil urdu ghazal 20th century poet
Us ke dushman hai bahut acha aadmi hoga.. byNida Fazli August 11, 2023 उस के दुश्मन हैं बहुत आदमी अच्छा होगावो भी मेरी ही तरह शहर में तन्हा होगाइतना सच बोल कि होंटों का तबस्सुम न बुझेरौशनी ख़त्म न कर आगे अँधेरा होगाप्यास जिस नहर से टकराई वो बंजर निकलीजिस को पीछे कहीं छोड़ आए वो दरिया होगामिरे बारे में कोई राय तो होगी उस कीउस ने मुझ को भी कभी तोड़ के देखा होगाएक महफ़िल में कई महफ़िलें होती हैं शरीकजिस को भी पास से देखोगे अकेला होगा------------------------us ke dushman hain bahut aadmi achchha hogavo bhi meri hi tarah shahr men tanha hoga itna sach bol ki honTon ka tabassum na bujheraushni khatm na kar aage andhera hoga pyaas jis nahr se Takra.i vo banjar niklijis ko pichhe kahin chhoD aa.e vo dariya hoga mire baare men koi raa.e to hogi us kius ne mujh ko bhi kabhi toD ke dekha hoga ek mahfil men ka.i mahfilen hoti hain sharikjis ko bhi paas se dekhoge akela hoga Read more uske dusman hai nida fazil urdu ghazal 20th century poet