Barso purana dost Mila jaise gair ho.. byUmair Najmi August 12, 2023 बरसों पुराना दोस्त मिला जैसे ग़ैर हो देखा रुका झिझक के कहा तुम उमैर होमिलते हैं मुश्किलों से यहाँ हम-ख़याल लोगतेरे तमाम चाहने वालों की ख़ैर होकमरे में सिगरेटों का धुआँ और तेरी महकजैसे शदीद धुंध में बाग़ों की सैर होहम मुत्मइन बहुत हैं अगर ख़ुश नहीं भी हैंतुम ख़ुश हो क्या हुआ जो हमारे बग़ैर होपैरों में उसके सर को धरें इल्तिजा करेंइक इल्तिजा कि जिसका न सर हो न पैर हो Read more barso purana dost mila umair najmi young poet pakistani poet