Jab se usne kheecha hai khidki ka parda ek taraf.. byTehzeeb Hafi August 13, 2023 जब से उसने खींचा है खिड़की का पर्दा एक तरफ़उसका कमरा एक तरफ़ है बाक़ी दुनिया एक तरफ़मैंने अब तक जितने भी लोगों में ख़ुद को बाँटा हैबचपन से रखता आया हूँ तेरा हिस्सा एक तरफ़एक तरफ़ मुझे जल्दी है उसके दिल में घर करने कीएक तरफ़ वो कर देता है रफ़्ता रफ़्ता एक तरफ़यूँ तो आज भी तेरा दुख दिल दहला देता है लेकिनतुझ से जुदा होने के बाद का पहला हफ़्ता एक तरफ़उसकी आँखों ने मुझसे मेरी ख़ुद्दारी छीनी वरनापाँव की ठोकर से कर देता था मैं दुनिया एक तरफ़मेरी मर्ज़ी थी मैं ज़र्रे चुनता या लहरें चुनताउसने सहरा एक तरफ़ रक्खा और दरिया एक तरफ़ Read more Khidki ka parda ek taraf tehzeeb hafi urdu poetry andaaz e bayan