Ab us janib se is kasarat se taufe aa rhe hain.. byTehzeeb Hafi August 13, 2023 अब उस जानिब से इस कसरत से तोहफे आ रहे हैं के घर में हम नई अलमारियाँ बनवा रहे हैं।हमे मिलना तो इन आबादियों से दूर मिलनाउससे कहना गए वक्तू में हम दरिया रहे हैं।तुझे किस किस जगह पर अपने अंदर से निकालेंहम इस तस्वीर में भी तूझसे मिल के आ रहे हैं।हजारों लोग उसको चाहते होंगे हमें क्याके हम उस गीत में से अपना हिस्सा गा रहे हैं।बुरे मौसम की कोई हद नहीं तहजीब हाफीफिजा आई है और पिंजरों में पर मुरझा रहे हैं। Read more Kasarat se taufe tehzeeb hafi urdu poetry andaaz e bayan