Ab to uske Dil ke andar daakhil hona baki hai.. byZia Mazkoor August 11, 2023 अब बस उसके दिल के अंदर दाखिल होना बाकी है छह दरवाजे़ छोड़ चुका हूं एक दरवाज़ा बाकी हैदौलत शोहरत बीवी बच्चे अच्छा घर और अच्छे दोस्तकुछ तो है जो इनके बाद भी हासिल करना बाक़ी हैमैं बरसों से खोल रहा हूं एक औरत की साड़ी कोआधी दुनिया घूम चुका हूं आधी दुनिया बाकी हैकभी-कभी तो दिल करता है चलती रेल से कूद पड़ूॅंफिर कहता हूॅं पागल अब तो थोड़ा रस्ता बाक़ी हैउसकी खातिर बाजारों में भीड़ भी है और रोनक भीमैं गुम होने वाला हूं बस हाथ छुड़ाना बाकी है Read more ab to uske Dil ke andar zia mazkoor bahawalpur young poet